आज की खराब लाइफस्टाइल में लोग अक्सर अपने शरीर की खासकर हार्ट की देखभाल करना भूल जाते हैं. स्ट्रेस , गलत खानपान, धूम्रपान, कम नींद और व्यायाम की कमी ये सभी चीजें हमारे हार्ट की सेहत को धीरे-धीरे खराब करती हैं. यही वजह है कि दुनिया भर में हर साल लाखों लोग हार्ट संबंधी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. हार्ट डिजीज न सिर्फ जानलेवा होती हैं, बल्कि ये आपकी लाइफ की क्वालिटी को भी प्रभावित करती हैं.
हालांकि, अच्छी बात यह है कि आज के समय में मेडिकल साइंस ने काफी तरक्की कर ली है और दिल की बीमारियों के इलाज के लिए कई मॉडर्न तकनीक मौजूद हैं. इन्हीं में से एक एंजियोप्लास्टी है. यह एक बेहद कारगर प्रक्रिया, जिसने लाखों लोगों को नई लाइफ दी है. अगर समय रहते सही लक्षणों को पहचाना जाए तो एंजियोप्लास्टी के जरिए दिल की कई गंभीर परेशानियों से बचा जा सकता है. चलिए जानते हैं कि कौन से 5 लक्षण दिखें तो समझ जाएं आपको एंजियोप्लास्टी कराने की जरूरत है?
ये 5 लक्षण दिखें तो समझ जाएं आपको एंजियोप्लास्टी की जरूरत
1. सीने में दर्द या एनजाइना: अगर आपको अक्सर या चलने-फिरने पर सीने में जलन, दबाव या दर्द महसूस होता है तो यह एनजाइना हो सकता है. यह तब होता है, जब दिल की मांसपेशियों तक पूरा खून नहीं पहुंचता. यह एक प्रमुख संकेत है कि आपकी दिल की धमनियों में रुकावट है. एंजियोप्लास्टी ऐसे मामलों में बेहद फायदेमंद होती है. इससे धमनियों में जमा प्लाक हटाया जाता है और खून का फ्लो नॉर्मल होता है, जिससे सीने का दर्द खत्म हो सकता है.
2. पैरों में दर्द या ऐंठन: अगर आपको चलने या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान पैरों में दर्द, ऐंठन या भारीपन महसूस होता है तो इसे नजरअंदाज न करें. यह परिधीय धमनी रोग यानी Peripheral Artery Disease का संकेत हो सकता है. जब आपके पैरों की धमनियों में भी रुकावट आ जाती है, तो मांसपेशियों तक खून नहीं पहुंच पाता, जिससे दर्द होता है. डॉक्टरों का मानना है कि PAD होने का मतलब है कि आपकी दिल की धमनियां भी प्रभावित हो सकती हैं, और आपको जल्द ही एंजियोप्लास्टी की जरूरत पड़ सकती है.
3. लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना: अगर आपको हर वक्त थकान लगती है, कोई काम करने में दिल नहीं लगता, सांस चढ़ती है, या लेटने पर बेचैनी होती है तो इसे मामूली कमजोरी समझ कर भूल ना करें. यह संकेत हो सकता है कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है. ऐसे में एंजियोप्लास्टी से हार्ट की ब्लॉकेज हटती है, जिससे खून और ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है और आपको एनर्जी महसूस होती है.
4. ब्लड प्रेशर लगातार हाई रहना: अगर आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं आ रहा, तो यह भी दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है. ब्लड प्रेशर बढ़ने से दिल की धमनियां सख्त और मोटी हो जाती हैं, जिससे ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है. इससे दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे मामलों में एंजियोप्लास्टी एक जरूरी कदम हो सकता है, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर हो और दिल पर दबाव कम हो.
5. मसूड़ों से खून आना या सूजन होना: मसूड़ों की बीमारी और हार्ट रोग के बीच गहरा संबंध हो सकता है. अगर आपके मसूड़े बार-बार सूजते हैं, दर्द करते हैं या खून निकलता है, तो यह शरीर में किसी संक्रमण या सूजन का संकेत हो सकता है, जो दिल तक भी असर डाल सकता है. रिसर्च के अनुसार, मसूड़ों से होने वाले संक्रमण का असर दिल की धमनियों पर भी पड़ता है, जिससे दिल की बीमारी और ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है.
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