Karwa Chauth 2025: चांद छिपा बादल में, करवा चौथ पर हो जाए ये समस्या तो क्या करें, जानें कैसे दें अर्घ्य

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आज शुक्रवार को देशभर में विवाहितों ने करवा चौथ का व्रत रखा है. सरगी के बाद महिलाएं चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखेंगी. चंद्रमा के उदित होने पर चंद्रमा की पूजा करने और अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों से पानी पीकर ही व्रत खोला जाता है.

आज शुक्रवार को देशभर में विवाहितों ने करवा चौथ का व्रत रखा है. सरगी के बाद महिलाएं चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखेंगी. चंद्रमा के उदित होने पर चंद्रमा की पूजा करने और अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों से पानी पीकर ही व्रत खोला जाता है.

करवा चौथ का व्रत चंद्रमा के दर्शन और पूजन के बिना अधूरा माना जाता है. लेकिन कई बार ऐसी समस्या आ जाती है कि, चांद निकलता तो है लेकिन बारिश या खराब मौसम के कारण बादलों में छिप जाता है और चांद दिखना दुर्लभ हो जाता है.

करवा चौथ का व्रत चंद्रमा के दर्शन और पूजन के बिना अधूरा माना जाता है. लेकिन कई बार ऐसी समस्या आ जाती है कि, चांद निकलता तो है लेकिन बारिश या खराब मौसम के कारण बादलों में छिप जाता है और चांद दिखना दुर्लभ हो जाता है.

करवा चौथ पर महिलाएं यदि किसी कारण चंद्र दर्शन न कर पाए तो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए. कैसे संपन्न करें करवा चौथ की पूजा और कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य. आप टेंशन न लें, यहां जानें चंद्र दर्शन न हो तो कैसे खोलें व्रत?

करवा चौथ पर महिलाएं यदि किसी कारण चंद्र दर्शन न कर पाए तो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए. कैसे संपन्न करें करवा चौथ की पूजा और कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य. आप टेंशन न लें, यहां जानें चंद्र दर्शन न हो तो कैसे खोलें व्रत?

किसी कारण करवा चौथ पर चंद्र दर्शन न हो पाए तो चंद्रोदय के समय (Karwa Chauth Moon Rising) चंद्र देव को जल से अर्घ्य दें और विधिवित पूजा करें. आप भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर भी पूजा कर सकती हैं और व्रत खोल सकती हैं.

किसी कारण करवा चौथ पर चंद्र दर्शन न हो पाए तो चंद्रोदय के समय (Karwa Chauth Moon Rising) चंद्र देव को जल से अर्घ्य दें और विधिवित पूजा करें. आप भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर भी पूजा कर सकती हैं और व्रत खोल सकती हैं.

चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही करवा चौथ का व्रत खोलना इस पर्व का सबसे अहम हिस्सा है. चंद्रमा के दर्शन न होने पर एक उपाय यह भी कर सकती हैं. आप एक चौकी पर चावल या शुद्ध आटे से चांद की आकृति बनाकर, उसकी पूजा भी कर सकती हैं.

चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही करवा चौथ का व्रत खोलना इस पर्व का सबसे अहम हिस्सा है. चंद्रमा के दर्शन न होने पर एक उपाय यह भी कर सकती हैं. आप एक चौकी पर चावल या शुद्ध आटे से चांद की आकृति बनाकर, उसकी पूजा भी कर सकती हैं.

किसी कारण आसमान में चांद न दिख पाए तो आप अपने रिश्तेदारों से जोकि दूसरे स्थान पर रहते हों और वहां चांद दिख रहा हो तो वहां से चांद की तस्वीर मंगाकर या वीडियो कॉल के जरिए भी चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा कर सकती हैं. परंपरा और आधुनिकता का यह सुंदर मेल भी मान्य है.

किसी कारण आसमान में चांद न दिख पाए तो आप अपने रिश्तेदारों से जोकि दूसरे स्थान पर रहते हों और वहां चांद दिख रहा हो तो वहां से चांद की तस्वीर मंगाकर या वीडियो कॉल के जरिए भी चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा कर सकती हैं. परंपरा और आधुनिकता का यह सुंदर मेल भी मान्य है.

Published at : 10 Oct 2025 02:18 PM (IST)



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