Last Updated:
Bollywood Blockbuster Movies : बॉलीवुड फिल्मों के गाने दिल को सुकून पहुंचाते हैं. हिंदी फिल्मों में कहानी की सिचुएशन के हिसाब से गाने लिखे जाते हैं. कई बार यही सॉन्ग हमारे जीवन की कहानी को दिखाते हैं. हिंदी फिल्मों के गानों में कुछ मुखड़े और लाइनें ऐसी भी हैं जो हमेशा के लिए दिलों में बस गईं. कई लाइनें तो फिल्म का टाइटल बन गईं. ऐसी ही 3 फिल्में 9 साल के अंतराल में पर्दें पर आईं और ब्लॉकबस्टर निकलीं.

फिल्म मेकर्स ने इन गानों की पॉप्युलैरिटी को भुनाया और अपनी फिल्म का टाइटल ही इन गानों की लाइन पर रख लिया. इसकी वजह यह रही कि ये लाइनें दर्शकों के दिमाग और जेहन में बस गई थीं. दर्शक को अपनाप फील कराने के लिए यह सब किया. दिलचस्प बात यह है कि यह फॉर्मूला काम आया और तीनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जबर्दस्त कमाई की. ये फिल्में थीं : कुछ-कुछ होता है, कोई मिल गया और ओम शांति ओम.

सबसे पहले बात करते हैं 16 अक्टूबर 1998 को रिलीज हुई ‘कुछ-कुछ होता है’ फिल्म की. बतौर डायरेक्टर करण जौहर की यह पहली फिल्म थी. फिल्म में शाहरुख खान, काजोल, रानी मुखर्जी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल और रीमा लागू लीड रोल में थे. सलमान खान ने एक छोटा सा रोल निभाया था. फिल्म का म्यूजिक जतिन-ललित ने दिया था. फिल्म का म्यूजिक सुपरहिट रहा था. गाने समीर ने लिखे थे. फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले करण जौहर ने लिखा था. प्रोड्यूस उनके पिता यश जौहर ने किया था. फिल्म का बजट करीब 10 करोड़ रुपये रखा गया था. इस मूवी ने 106 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी.

फिल्म की कहानी लव ट्रायंगल पर बेस्ड थी. फिल्म ‘कुछ-कुछ होता है’ का टाइटल एक मशहूर गाने की लाइन पर बेस्ड है. 1995 में गोविंदा-ममता कुलकर्णी की एक फिल्म ‘किस्मत’ के एक सॉन्ग से मिलता है. इस फिल्म मे एक सॉन्ग था, जिसके बोल थे : ‘महबूब सनम तुझे मेरी कसम, मुझे देख ना ऐसी नजरों से, कि कुछ-कुछ होता है.’ हालांकि यह फिल्म फ्लॉप हो गई थी. 1998 में आई ‘कुछ-कुछ होता है’ का टाइटल जावेद अख्तर को पसंद नहीं आया था, इसलिए उन्होंने फिल्म छोड़ दी थी. बाद में इस फिल्म के गाने समीर ने लिखे थे.

‘कुछ-कुछ होता है’ फिल्म का एक गाना जावेद अख्तर ने लिखा था. यह गाना कॉलेज फेस्ट में बजने वाला गाना था. बोल थे : ‘कोई मिल गया, क्या बताऊं यारो मैं तो हिल गया, कोई मिल गया, कोई मिल ही गया.’ इस गाने में काजोल, रानी मुखर्जी और शाहरुख खान झूमते नजर आए थे. यह गाना भी बहत पॉप्युलर हुआ था.

आगे चलकर 2003 में डायरेक्टर-प्रोड्यूसर राकेश रोशन ने ‘कोई मिल गया’ नाम से साइंस-फिक्शन बेस्ड फिल्म बनाई. इस फिल्म में एलियन की कहानी जोड़ी जो कि भारतीय दर्शकों के लिए नई बात थी. इस फिल्म में रितिक रोशन प्रीति जिंटा और रेखा लीड रोल में नजर आए थे. 8 अगस्त 2003 को रिलीज हुई इस फिल्म फिल्म में ऋतिक रोशन, प्रीति जिंटा, रेखा, प्रेम चोपड़ा, मुकेश ऋषि, अंजना मुमताज, जॉनी लीवर और रजत बेदी नजर आए थे. म्यूजिक राजेश रोशन का था जो रिश्ते में ऋतिक रोशन के चाचा हैं.

फिल्म की कहानी राकेश रोशन, हनी ईरानी, सचिन भौमिक ने लिखी थी. करीब 30 करोड़ रुपये के बजट में बनी कोई मिल गया ने वर्ल्डवाइड 82 करोड़ का कलेक्शन किया था. यह एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी. 2003 की सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली इस फिल्म में जादू का किरदार इंद्रवदन पुरोहित ने निभाया था. कोई मिल गया को 3 नेशननल अवॉर्ड और 5 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले थे.

इसी तरह 2007 में शाहरुख खान-दीपिका पादुकोण की एक फिल्म आई, जिसका टाइटल 1980 में आई फिल्म ‘कर्ज’ के एक गाने की कैच लाइन से लिया गया था. यह फिल्म थी : ओम शांति ओम. फराह खान ने इसका डायरेक्शन किया था. दीपिका पादुकोण की यह डेब्यू फिल्म थी. इस फिल्म का टाइटल 1980 में आई ऋषि कपूर की फिल्म से लिया गया था.

दिलचस्प बात है कि दोनों ही फिल्में पुनर्जन्म की कहानी पर बेस्ड हैं. ऋषि कपूर ने फिल्म में स्टेज पर एक गाना परफॉर्म किया था, जिसके बोल थे ‘मेरी उम्र के नौजवानों दिल ना लगाना ओ दीवानों…’ इसी गाने में एक कैच लाइन है ओम शांति ओम.’ कर्ज मूवी फ्लॉप रही थी लेकिन शाहरुख खान की ओम शांति ओम मूवी बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.

ओम शांति ओम फिल्म के वजनदार डायलॉग मयूर पुरी ने लिखे थे. फिल्म को प्रोड्यूस गौरी खान ने किया था. यह फराह खान की दूसरी फिल्म थी. इससे पहले उन्होंने ‘मैं हूं ना’ का डायरेक्शन किया था जो कि ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी. फिल्म के टाइटल सॉन्ग ‘दीवानगी दीवानगी दीवानगी है…’ 31 एक्टर-एक्ट्रेस गेस्ट अपीयरेंस में नजर आए थे.
Leave a Reply