कहीं मोटापे के कारण घट तो नहीं रही आपकी मर्दानगी, जानें स्पर्म काउंट पर कैसे होता है असर?

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Low Sperm Count Causes: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा एक आम समस्या बन चुकी है. इसके लिए कई कारण हैं, जैसे कि खराब लाइफस्टाइल, खराब खानपान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और तनाव इसमें शामिल हैं. यह न सिर्फ डायबिटीज, हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का कारण बन रहा है, बल्कि इसके साथ कई अन्य दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है, जिसमें पुरुषों की प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी भी शामिल है. कई रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया है. चलिए आपको बताते हैं कि क्या सच में ऐसा कुछ है या फिर ये सिर्फ एक अफवाह है.

क्या सच में पड़ता है असर?

इसका जवाब है हां. इसका प्रभाव पड़ता है. IndiaIVF में Dr. Richika Sahay ने इस बात का जिक्र किया है कि जब पुरुष ओवरवेट या ओबेस होते हैं, तो उनमें फर्टिलिटी की दिक्कत आनी शुरू हो जाती है. शरीर में सेल्स बढ़ जाते हैं, जो अधिक मात्रा में एस्ट्रोजन बनाने लगते हैं. इसके चलते हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है. स्पर्म का निर्माण और उसकी क्वालिटी पर इसका काफी असर होता है. पेट के आसपास अधिक चर्बी स्क्रोटल टेम्परेचर को बढ़ा सकती है, जिसका स्पर्म पर काफी निगेटिव असर देखने को मिलता है. इसके साथ ही मोटापे से कम लिबिडो और इरेक्टाइल डिसफंक्शन की दिक्कत होती है, जिसके चलते गर्भधारण की समस्या होने लगती है.

कैसे होता है असर?

एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिन पुरुषों में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) ज्यादा होता है, उनमें स्पर्म काउंट की समस्या देखने को मिलती है. यानी कि उनके अंदर कम स्पर्म काउंट मिलता है. मोटापे से शरीर में इंसुलिन रेसिस्टेंस भी बढ़ता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये सभी कारण धीरे-धीरे स्पर्म काउंट कम करने में योगदान देते हैं. इसके अलावा मोटापे से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या हो सकती है, जिसके चलते फर्टिलिटी रेट कम हो जाती है. अच्छी बात यह है कि मोटापा नियंत्रित करने से स्पर्म क्वालिटी और काउंट में सुधार किया जा सकता है. हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव से दूरी बनाने से शरीर का वजन नियंत्रित होता है. जैसे-जैसे वजन घटता है, टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ने लगता है और स्पर्म प्रोडक्शन भी सामान्य होने लगता है.

किन चीजों से बचना चाहिए?

अगर आप फर्टिलिटी रेट की समस्या से बचना चाहते हैं, तो हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि जंक फूड, तली-भुनी चीजें और मीठे ड्रिंक्स से दूरी बनाएं. इसके अलावा शराब और धूम्रपान भी स्पर्म काउंट पर बुरा असर डालते हैं. कोशिश करें कि डेली 30 मिनट तक एक्सरसाइज करें.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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