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अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘आई वॉन्ट टू टॉक’ जिसने भी देखी, उसने उनके अभिनय की तारीफ की. आखिरकार, उन्हें पहली बार बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला. जीत की ट्रॉफी थामे अभिषेक बच्चन ने जब मंच पर बोलना शुरू किया, तो उनकी आंखों में आंसू छलक आए. उसने स्पीच में पत्नी ऐश्वर्या राय का जिक्र किया और फिर ट्रॉफी अपने पिता अमिताभ बच्चन और बेटी आराध्या बच्चन को डेडिकेट कर दी.

नई दिल्ली: अभिषेक बच्चन ने 25 साल के करियर में एक से बढ़कर एक रोल प्ले किए, लेकिन हर बार बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीतने से चूकते रहे. उन्हें साल 2025 में फिल्म ‘आई वॉन्ट टू टॉक’ के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला. यकीनन, यह उनके करियर का सबसे इमोशनल मोमेंट था. (फोटो साभार: Instagram@filmfare)

अभिषेक बच्चन अपनी जीत से अभिभूत थे. ट्रॉफी थामने के बाद उनकी आंखों में आंसू थे. उन्होंने भरी आंखों से इमोशनल स्पीच दी, जिसने उनके हर एक चाहनेवाले को इमोशनल कर दिया. वे बोले, ‘इस साल मुझे इंडस्ट्री में काम करते हुए 25 साल पूरे हो गए हैं. मुझे याद नहीं कि मैंने कितनी बार इस अवॉर्ड की स्पीच के लिए प्रैक्टिस की है.’

अभिषेक बच्चन ने आगे कहा, ‘इसे जीतना मेरा सपना था और आज बहुत आभारी महसूस कर रहा हूं. परिवार के सामने अवॉर्ड मिलना, इसे और खास बनाता है.’ (फोटो साभार: Instagram@filmfare)

अभिषेक बच्चन फिर कहते हैं, ‘कई लोग हैं जिन्हें मैं शुक्रिया कहना चाहता हूं. प्लीज कार्तिक (आर्यन), ठहर जाओ तुम अभी, तुम संभल जाओ तब तक. कार्तिक काफी इमोशनल हो गए और मुझे यह सोचकर बोलने दिया कि मैं इमोशनल नहीं होऊंगा.’ (फोटो साभार: IMDb)

अभिषेक ने आखिर में कहा, ‘मैं यह अवॉर्ड तो खास लोगों को डेडिकेट करना चाहता हूं. यह फिल्म पिता और बेटी के बारे में है और मैं इसे अपने हीरो, मेरे पिता और अपने दूसरे हीरो, मेरी बेटी को डेडिकेट करना चाहता हूं. बहुत-बहुत धन्यवाद, मैं बता नहीं सकता, इसके मेरे लिए क्या मायने हैं.’ (फोटो साभार: IMDb)

अभिषेक बच्चन ने फिल्म ‘आई वॉन्ट टू टॉक’ में बीमार पिता का रोल निभाया है जो अपनी बेटी से दोबारा जुड़ने की कोशिश करता है. यह शूजित सरकार के साथ उनकी पहली फिल्म है, जो ‘विक्की डोनर’, ‘सरदार उधम’ और ‘पीकू’ जैसी फिल्में बनाने के लिए मशहूर हैं. फिल्म सच्ची कहानी से प्रेरित है.
(फोटो साभार: IMDb)

अभिषेक बच्चन ने फिर इमोशनल होते हुए पत्नी ऐश्वर्या राय और बेटी आराध्या बच्चन को याद किया. वे बोले, ‘ऐश्वर्या और आराध्या से कहना चाहता हूं- मुझे बाहर जाने और सपनों को पूरा करने की अनुमति देने के लिए शु्क्रिया. मुझे उम्मीद है कि यह अवॉर्ड जीतने के बाद, वे अपना त्याग समझ पा रहे हैं जिसकी वजह से मैं आज यहां खड़ा हूं.’
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