‘ट्रंप बोले- तहलका मचा दूंगा, नोबेल बॉडी ने कहा- मचाडो’, कांग्रेस नेता ने कसा अमेरिका राष्ट्रपति पर तंज

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील अभिषेक सिंघवी ने वेनेजुएला की नेता मारिया कोरिना मचाडो को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने पर एक वर्डप्ले के जरिए मजाक किया है. राज्यसभा सांसद सिंघवी ने इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तंज कसा, जिनके समर्थक यह दावा कर रहे थे कि वह इस साल नोबेल शांति पुरस्कार के प्रमुख दावेदार हैं.

सिंघवी ने अपने मजाक की शुरुआत में लिखा, ‘ट्रंप: अगर मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं दिया, तो मैं दुनिया में तहलका मचा दूंगा. इस पर नोबेल कमेटी ने कहा – मचाडो.’ उनके मजाक के आखिर शब्द हिंदी के वाक्यांश मचा दूंगा पर आधारित है और इसे उन्होंने वेनेजुएला की नेता के नाम से जोड़कर किया है. हालांकि, उन्होंने खुद ही इसे एक अजीब मजाक कहा, जो निश्चित रूप से कई लोगों के चेहरे पर हंसी ले आएगा.

नोबेल कमेटी के अध्यक्ष ने मारिया को लेकर क्या कहा?

वेनेजुएला की 58 वर्षीय मारिया कोरिना मचाडो को हाल ही में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो इस वक्त देश के विपक्ष का एक चेहरा हैं. ओस्लो में नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी के अध्यक्ष जॉर्गन वाटने फ्राइडनेस ने कहा, ‘मारिया ने बेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने में और तानाशाही से लोकतंत्र तक न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए अथक प्रयास किया है.’

हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नोबेल शांति पुरस्कार जीतने की इच्छा किसी सी छिपी नहीं थी. जिसे पाने के लिए उन्होंने बार-बार यह दावा कि उन्होंने दुनिया भर में कई संघर्षो का समाधान किया है. इसके लिए ट्रंप के पार्टी समर्थकों के अलावा दुनिया के कई देशों के नेताओं ने भी उन्हें प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार देने के लिए नामित किया था.

नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के बाद व्हाइट हाउस ने क्या कहा?

शुक्रवार (10 अक्टूबर, 2025) को नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा होने के बाद व्हाइट हाउस ने इसे लेकर नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी पर तीखी प्रतिक्रिया दी. व्हाइट हाउस के डायरेक्टर ऑफ कम्यूनिकेशन्स स्टीवेन च्यूंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शांति समझौते करने, युद्धों को खत्म करने और लोगों की जान बचाने का अपना काम जारी रखेंगे. नोबेल कमेटी ने यह भी साबित कर दिया कि वे शांति के बजाए राजनीति को ज्यादा महत्व देते हैं.’

वहीं, मारिया कोरिन मचाडो ने अपना नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला के लोगों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया, जिन्होंने उनके देश के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को निर्णायक समर्थन दिया.

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