Bill Gates on Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का असर IT सेक्टर की कंपनियों पर अभी से दिखने लगा है. कंपनियां धड़ाधड़ लोगों को काम से निकाल रही हैं और इसे मैनेजमेंट को रीस्ट्रक्चर करने का नाम दिया जा रहा है. आने वाले समय में और भी हजारों नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. हम और आप जैसे आम इंसान ही नहीं, बिल गेट्स भी तेजी से बदल रहे इस दौर से परेशान हैं.
CNN से बात करते हुए माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर ने कहा कि वह इस बात से हैरान हैं कि एआई कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है. डेली गैलेक्सी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें दिन में कई बार इस बात का एहसास होता है और तब वह खुद को सवालों से घिरे हुए पाते हैं. बिल गेट्स के इस बयान ने अब टेक्नोलॉजी की सेक्टर में चिंताएं बढ़ा दी है.
अमेजन के सीईओ ने भी दे दी चेतावनी
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन के सीईओ एंडी जेसी का भी कहना है कि जैसे-जैसे एआई कोडिंग और सपोर्ट का काम संभालने लगेगा, कॉर्पोरेट टीम में लोग धीरे-धीरे कम किए जाएंगे. गोल्डमैन सैक्स का भी अनुमान है कि ऑटोमेशन आने वाले समय में दुनिया भर में 30 करोड़ फुल टाइम जॉब की जगह लेगा – खासकर डेटा एंट्री या टेलीसेलिंग जैसे काम पर इसका असर जल्द दिखने लगेगा.
एक्सपर्ट्स इस बात पर बंटे हुए हैं कि AI इंसान की बराबरी कब से करने लगेगा. कुछ का कहना है कि दो साल के भीतर ऐसा हो जाएगा, जबकि दूसरों का मानना है कि इसमें अभी दस साल का वक्त और लगेगा. हालांकि, ज्यादातर एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि हम एक ‘टिपिंग पॉइंट’ के करीब पहुंच रहे हैं.
इन 3 प्रोफेशन पर नहीं आएगी AI की आंच
बिल गेट्स का कहना है कि आने वाले समय में बायोलॉजिस्ट का काम AI के असर से बचा रहेगा- कम से कम कुछ समय तक के लिए ही सही. हालांकि, AI जीनोम एनालिसिस कर सकता है, बीमारी के पैटर्न को तेजी से पहचान सकता है, लेकिन फिर भी इनमें इंसान की सोच-समझ की जरूरत पड़ती है.
बिल गेट्स का मानना है कि AI फंडिंग का काम भी नहीं संभाल सकता. इसी के साथ एआई एनर्जी एक्सपर्ट्स की भी जगह नहीं ले सकता क्योंकि यह सेक्टर काफी जटिल है और इसे एआई के भरोसे नहीं चलाया जा सकता. बिल गेट्स का कहना है कि एआई अभी शुरुआती चरण में है. यह अभी कुछ सालों में उभरेगा. ऐसे में इसकी ट्रेनिंग अभी ली जा सकती है, इसके लिए काफी वक्त है. बहरहाल, युवा कर्मचारी दबाव महसूस कर रहे हैं.
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