“नवाचार-संचालित आर्थिक विकास की व्याख्या करने के लिए” पेर जोएल मोकिर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, यूएसए, फिलिप अघियन कॉलेज डी फ्रांस और INSEAD, फ्रांस, द लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस, यूके और पीटर हॉविट ब्राउन यूनिवर्सिटी, यूएसए सतत विकास के लिए स्थितियों की पहचान करने के लिए वर्ष 2025 के लिए आर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया है।
अर्थशास्त्र में नोबेल मेमोरियल प्राइज के आयोजनकर्ता रॉयल स्वीडिश सोसाइटी की ओर से इसके विजेता या विजेताओं के नाम का एलान किया गया। पिछले वर्ष का पुरस्कार तीन अर्थशास्त्रियों- डेरॉन ऐसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन को दिया गया था। उन्होंने इस बात का अध्ययन किया था कि कुछ देश अमीर क्यों हैं और अन्य गरीब क्यों हैं। उन्होंने अपनी शोध में यह बताया था कि अधिक स्वतंत्र, खुले समाजों के समृद्ध होने की अधिक संभावना होती है।
अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार को औपचारिक रूप से अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। केंद्रीय बैंक ने 19वीं सदी के स्वीडिश व्यवसायी और रसायनज्ञ नोबेल की स्मृति में 1968 में इसकी स्थापना की थी।
नोबेल ने डायनामाइट का आविष्कार किया था और पांच नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की थी। तब से, यह पुरस्कार कुल 96 विजेताओं को 56 बार प्रदान किया जा चुका है। अब तक अर्थशास्त्र के नोबेल विजेताओं में केवल तीन महिलाओं का नाम है। कुछ जानकारों का तर्क है कि अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार तकनीकी रूप से नोबेल पुरस्कार नहीं है, लेकिन इसे हमेशा अन्य पुरस्कारों के साथ 10 दिसम्बर को दिया जाता है। यह तारीख 1896 में नोबेल की मृत्यु की वर्षगांठ है। इससे पहले पिछले हफ्ते चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य और शांति के क्षेत्र में नोबेल सम्मानों की घोषणा की गई।
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