तेलंगाना के हनुमकोंडा जिले के कलेक्ट्रेट में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात इरफान सोहेल पर महिला कर्मचारियों के साथ यौन उत्पीड़न और बलात्कार का प्रयास करने के गंभीर आरोप लगे हैं. इस घटना से कलेक्ट्रेट में महिला कर्मचारियों में दहशत फैल गई है. पीड़िता ने सुभेदारी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने IPC की धारा 354 (महिलाओं के प्रति अपमानजनक व्यवहार), 509 (उत्पीड़न) और SC/ST अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया.
यह घटना पिछले सप्ताह की बताई जा रही है. 35 वर्षीय इरफान सोहेल जो 2018 से कलेक्ट्रेट में कार्यरत है, उस पर पिछले 3 सालों से कार्यालय में काम करने वाली 5 महिला कर्मचारियों के साथ अश्लील टिप्पणियां और अनुचित स्पर्श जैसे कृत्य करने का आरोप है. पीड़िता ने बताया कि फाइलें लेने के दौरान इरफान ने उसे अकेले में देखकर बलात्कार का प्रयास किया. पीड़िता ने बताया कि उसने मुझे डराया और कहा चुप रहो तो प्रमोशन दिलाऊंगा. मैं चीखते हुए भाग निकली.
पिछले साल भी एक महिला ने की थी शिकायत
पिछले साल भी एक महिला कर्मचारी ने उत्पीड़न की शिकायत की थी, लेकिन उसे केवल स्थानांतरण कर मामला रफा-दफा कर दिया गया. सहकर्मियों का कहना है कि कलेक्ट्रेट में महिलाएं डर के माहौल में काम कर रही हैं. सीसीटीवी और शिकायत प्रकोष्ठ की कमी ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रही है.
कलेक्टर ने इरफान को किया निलंबित
मामले को लेकर हनुमकोंडा के कलेक्टर पी. वेंकट रमणाराव ने तत्काल इरफान को निलंबित कर एसपी को पत्र लिखा. उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और जांच पूरी कर न्याय सुनिश्चित करेंगे. महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे.
NCRB डेटा के अनुसार, तेलंगाना में पिछले साल 2,500 से अधिक यौन उत्पीड़न मामले दर्ज हुए, जिनमें सरकारी कार्यालयों के 15 प्रतिशत मामले शामिल हैं. यह घटना सरकारी स्थानों पर सुरक्षित वातावरण की कमी को उजागर करती है. महिला संगठनों ने शिकायत समितियों, नियमित प्रशिक्षण और 24/7 हेल्पलाइन की मांग की है.
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