नागेश सुर्वे: बॉलीवुड के अनसुने सीटीबाज का सफर

Spread the love


नई दिल्ली. फिल्मों में नजर आने वाले एक्टर-एक्ट्रेस और डायरेक्टर्स से लेकर राइटर्स तक का चर्चाएं खूब होती हैं. लेकिन कुछ ऐसे नाम भी होते हैं, जो फिल्मों को यादगार तो बना देते हैं. लेकिन, उनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. आज हम एक ऐसे ही कलाकार के बारे में बात करेंगे, जिनको ‘बॉलीवुड का सीटीबाज’ कहा जाता है. एक दौर था, जब कहा सीटी बजाने वालों को ‘छिछोरा’ और ‘नालायक’ कहा जाता था. तब इस कलाकार ने बॉलीवुड में खास पहचान बनाई, लेकिन सिर्फ इंडस्ट्री में. आम लोगों के बीच में उनकी पहचान चंद लोगों के बीच में ही हो सकी. क्या आप पहचाने? नहीं न तो चलिए बताते हैं…

हिंदी सिनेमा मतलब म्यूजिक, जब से हिंदी सिनेमा का जन्म हुआ है गीत-संगीत उसका अभिन्न अंग रहा है. गाने हैं तो फिल्में हैं. ये ही वजह है कि हमारे देश में न सिर्फ सबसे ज्यादा फिल्में बनाई जाती हैं, बल्कि गाने भी प्रोड्यूस भी किए जाते हैं. एक गाने को तैयार करने में सिर्फ सिंगर की ही नहीं, ढोलक, तबला, हारमोनियम, गिटार, बांसुरी, मंजीरा, वायलिन, फ्लूट, ड्रम सेट जैसे अनेक वाद्य यंत्रों की जरूरत होती है. इन सब की मदद से एक गाना तैयार होता है.

आज भी नहीं है उनकी सीटी का तोड़

पहले के दौर में म्यूजिक डायरेक्टर के नीचे क म्यूजिक अरेंजर काम किया करता था, जो पूरा म्यूजिक बनाता था. लेकिन अब समय बदल गया है. आज इंस्ट्रूमेंट का साउड कंप्यूटर सिस्टम की मदद से अरेंज किया जा सकता है. सिवाय एक इंस्ट्रूमेंट के वो है विसल यानी सीटी. आपने बॉलीवुड के कई गानों में सीटी की आवाज सुनी होगी, जैसे सो गया ये जहां, ये दिल क्या करे, इलू-इलू, दिल तो पागल है, फना, कुछ कुछ होता है, मुन्नाभाई सीरीज, सौदागर, बर्फी जैसे हिट फिल्मों में भी उनकी सीटी ने चार चांद लगाए. अपनी सीटी से ज्यादा गीतों को अमर करने वाले वो हैं नागेश सुर्वे.

Nagesh Surve , Bollywood most iconic whistles Nagesh Surve, Anonymous star of 90s Nagesh Surve, who is Nagesh Surve, Whistles mater of bollywood, Nagesh Surve Songs, नागेश सुर्वे, बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित सीटी बजाने वाले नागेश सुर्वे, 90 के दशक के गुमनाम सितारे नागेश सुर्वे, कौन हैं नागेश सुर्वे, बॉलीवुड के व्हिसल्स मेटर, नागेश सुर्वे के गाने
नागेश सुर्वे ने 1600 से ज्यादा गानों में सीटी बजाई है.

कैसे मिला नागेश नाम

साल 1975 से लेकर आज तक वह लगभग 1600 से ज्यादा फिल्मों में सीटी बजा चुके हैं. उनका जन्म नाग पंचमी के दिन हुआ था इसलिए माता-पिता ने उन्हें नाम दिया नागेश. मुंबई के एक मोहल्ले में बचपन से शुरू हुई शरारती सीटी बजाने की आदत ने नागेश सुर्वे को प्रोफेशनल व्हिसल-ब्लोअर बनाने में मदद की. बचपन में जब भी वो सीटी बजाते तो दादी कहती थीं, ‘सीटी मत बजा सांप आ जाते हैं’. लेकिन, कौन जानता था कि उनका ये शौक उनके प्रोफेशन में बदल जाएगा.

जब किशोर कुमार ने कहा- तुम्हारी आवाज मेरे गानों की तरह यूनिक है

नागेश ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनकी आवाज से मशहूर सिंगर किशोर कुमार इतना हैरान हो गए थे कि उन्होंने उन्हें कहा-‘तुम्हारी आवाज मेरे गानों की तरह यूनिक है, इसे बना के रखना’. नागेश के बचपन के दोस्त रहे प्यारेलाल, जिन्हें हम लक्ष्मीलाल-प्यारेलाल की जोड़ी से जानते हैं. उनका बचपन एक संगीतमय माहौल के बीच गुजरा था. प्यारेलाल के पिताजी से उन्होंने वायलिन बजाना सीखा और बड़े होने के पास उन्होंने म्यूजिक डायरेक्टर्स के पास वायलिन बजाने का काम शुरू किया.

कैसे मिला फिल्मों में काम

एक बार जब उनका म्यूजिक शेड्यूल कैंसिल हो गया तो सभी ने पिकनिक का प्लान बनाया, जिसमें नागेश सुर्वे के साथ किशोर शर्मा भी थे. किशोर शर्मा म्यूजिक अरेंजर थे, जो एसडी बर्मन जैसे बड़े म्यूजिशियन म्यूजिक डायरेक्टर्स के लिए म्यूजिक अरेंज किया करते थे. आगे चलकर उन्होंने जतिन-ललित, अनु मलिक जैसे बड़े म्यूजिक डायरेक्टर्स के लिए भी काम किया. उस पिकनिक में नागेश सुर्वे मग्न होकर सीटी बजा रहे थे तो किशोर शर्मा को लगा यह तो बहुत अच्छी सीटी बजाते हैं. उन्होंने नागेश को एक गाने में सीटी बजाने के लिए कहा और वह मान गए. यह कोई रीजनल फिल्म थी, पहली बार उन्होंने जिस हिंदी फिल्म में सीटी बजाई वह फिल्म थी ‘जूली’ और वह गाना था ‘यह दिल क्या करें.’

अनुपम खेर जब बोले- मुझे अपना शागिर्द बना लीजिए

एक इंटरव्यू के दौरान नागेश ने बताया था कि जब वह ‘इलू-इलू’ गानें बजी सीटी को अनुपम खेर में पहले बार सुना तो उन्हें ये यकीन ही नहीं हुआ कि ये सीटी किसी इंसान ने बजाई है. जब अनुपर खेर को यकीन हुआ तो उन्होंने नागेश से कहा मुझे अपना शागिर्द बना लीजिए.

Nagesh Surve , Bollywood most iconic whistles Nagesh Surve, Anonymous star of 90s Nagesh Surve, who is Nagesh Surve, Whistles mater of bollywood, Nagesh Surve Songs, नागेश सुर्वे, बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित सीटी बजाने वाले नागेश सुर्वे, 90 के दशक के गुमनाम सितारे नागेश सुर्वे, कौन हैं नागेश सुर्वे, बॉलीवुड के व्हिसल्स मेटर, नागेश सुर्वे के गाने
नागेश सुर्वे की बेटी अब उनकी विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. फोटो साभार-@rupalisurve_whistlewoman/Instagram

म्यूजिक डायरेक्टर बन जब बदला नाम

वह कई हिंदी और मराठी गानों के म्यूजिक डायरेक्टर भी रहे. म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर उदित नारायण और अनुराधा पौड़वाल जैसे कलाकारों को ब्रेक भी दिया. जब वह म्यूजिक डायरेक्टर थे तो उन्होंने नागेश सुर्वे से बदलकर ऋषि राज रख लिया था.

30 फिल्मों में दिया म्यूजिक पर नहीं मिला क्रेडिट

उन्होंने बॉलीवुड की करीब 30 फिल्मों में म्यूजिक भी दिया, जिसका क्रेडिट उन्हें कभी नहीं मिला. दरअसल, 90 के दशक में और उससे पहले फिल्म इंजस्ट्री में बैकग्राउंड स्कोर जैसा डिपार्टमेंट नहीं था. म्यूजिक डायरेक्टर ही फिल्म में बीजेएम देता था और अलग से बीजेएम का नाम भी क्रेडिट में नहीं आता था. ‘तेजाब’, ‘राम अवतार, ‘प्यार का मंदिर’, चरणों की सौगंध जैसी फिल्मों का उन्होंने बीजेएम बनाया लेकिन सिवाय पैसे के न नाम मिला न ही कोई अवॉर्ड.

आज भी गुमनाम है सितारा, बेटी बढ़ा रही विरासत

फिल्मों में छिपे हुए ऐसे-ऐसे आर्टिस्ट होते हैं, जिनके बारे में पहले कोई जान नहीं पाता था. हालांकि, आज के दौर में तो सेट पर चाय पिलाने वाले बंदे का नाम भी क्रडिट्स में आता है. लेकिन ये उनका बंदकिस्मती ही है कि इतना काम करने के बाद भी उन्हें मट्ठीभर लोग ही जानते हैं. अब उनकी बेटी रूपाली अपनी पिता की इस नायाब विरासत को आगे बढ़ा रही हैं.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *