Last Updated:
Yash chopra Blockbuster Movies : कहते हैं प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती. यह जन्मजात होती है. बॉलीवुड के मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर अपने बेटे को संगीत सिखाना चाहते थे लेकिन वो किसी इंस्ट्रूमेंट को अच्छे से बजाना भी नहीं सीख पाया. शशि कपूर उस बच्चे को छोटे मालिक कहकर बुलाते थे. महज 23 साल की उम्र में इस नौजवान ने ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म बनाकर सबको हैरान कर दिया . आगे चलकर ब्लॉकबस्टर फिल्मों की झड़ी लगा दी. हर दूसरी-तीसरी फिल्म हिट रही. आइये जानते हैं इस सितारे के बारे में……….

हर पिता का ख्वाब होता है कि उसका बेटा नाम कमाए. उनके काम धंधे को संभाले. ऐसी ही कुछ तमन्ना बॉलीवुड के मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर यश चोपड़ा की भी थी. वो चाहते थे कि उनका बड़ा बेटा आदित्य डायरेक्शन में आए. बचपन से ही वो उसे म्यूजिक सिखाने लगे. एक टीचर भी रखा लेकिन आदि अपने मन में कुछ और ही सपना पाले थे. घर पर बड़े-बड़े स्टार्स आते जाते रहते थे. शशि कपूर तो आदित्य को हमेशा छोटे मालिक कहकर पुकारते थे. 22 साल की उम्र में आदित्य ने पहली स्क्रिप्ट लिखी. वो स्किप्ट ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ की थी. यह फिल्म ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर निकली. फिर तो आदित्य ने ब्लॉकबस्टर फिल्मों की झड़ी लगा दी.

आदित्य चोपड़ा की शुरुआती जीवन की कहानी यश चोपड़ा ने अपने एक इंटरव्यू में अपने छोटे बेटे यश चोपड़ा से शेयर की थी. यश चोपड़ा ने बताया था, ‘शशि कपूर की यश चोपड़ा से गहरी दोस्ती थी. जब भी वह घर पर आया करते थे तो आदित्य चोपड़ा को छोटे मालिक कहकर पुकारते थे. साथ ही यह भी कहते थे कि जब तुम डायरेक्टर-प्रोड्यूसर बनना तो हमें काम देना. जब आदित्य चोपड़ा 12 साल के थे तो जावेद अखतर और शबाना आजमी को एक छोटी सी कहानी सुनाई थी. कहानी को सुनकर दोनों को यकीन नहीं हुआ था. तब पहली बार उनके छिपे हुए टैलेंट के बारे में पता चला.’

एक और घटना का जिक्र यश चोपड़ा ने किया था. उन्होंने बताया था, ‘मेरे एक दोस्त बहुत बड़े एस्ट्रोलॉजर थे. वो घर में बैठे थे. आदि बाहर से आए और नमस्ते किया. उन्होंने कहा कि इस बच्चे को म्यूजिक की बहुत अच्छी समझ है. मैं चौंक गया. मैंने कहा कि इसे म्यूजिक सिखा-सिखाकर परेशान हूं. ना तबला सीख रहा है, ना हारमोनियम. उन्होंने फिर से दोहराया कि इसे म्यूजिक की बहुत समझ है. मुझे शुरू से लगता था कि वो फिल्मों के अलावा कोई और काम करेगा नहीं. जब उसने डायरेक्टर बनने का फैसला किया तो मुझे बहुत खुशी हुई.’

आदित्य चोपड़ा ने डीडीएलजे की कहानी सबसे पहले अपने पिता को बताई थी. यश चोपड़ा ने ही उनसे फिल्म डायरेक्ट करने को कहा था. जब वह स्क्रिप्ट लिखकर लाए तो यश की आंखों में आंसू आ गए थे.

जब आदित्य चोपड़ा ने अपने पिता की परंपरा का पालन करते हुए पूरी यूनिट की डीडीएलजे की स्टोरी सुनाई तो अजीब-अजीब तरह के रिएक्शन सामने आए थे. किसी ने कहा कि यह कैसे हो सकता है फिल्म के लास्ट में पिता ही अपनी बेटी का हाथ छोड़ दे. किसी ने कुछ कहा. आदित्य अपनी कहानी पर टिके रहे. सिर्फ एक शख्स था जिसने कहानी की तारीफ की थी. वो थे गीतकार आनंद बख्शी. उन्होंने कहा था कि आदि बेटा अगर तुम इस कहानी को 50 फीसदी भी बना लोगे तो पिक्चर सुपर-डुपर हिट हो जाएगी. फिल्म रिलीज होने के बाद वही हुआ. यह किस्सा यश चोपड़ा ने सुनाया था.

21 मई 1971 में जन्मे आदित्य चोपड़ा ने डीडीएलजे के बाद ‘दिल तो पागल है’ की स्क्रिप्ट लिखी. उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में बनाईं. एक तरह से कहा जाए कि ब्लॉकबस्टर फिल्मों की झड़ी लगा दी. इनमें मोहब्बतें, धूम 2, रब ने बना दी जोड़ी, एक था टाइगर, धूम 3, सुल्तान, टाइगर जिंदा है और पठान जैसी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाई हैं. इतना ही नहीं, धूम, वीरजारा, बंटी और बबली, फना, चक दे इंडिया जैसी सुपरहिट और सैयारा जैसी सुपर-डुपर हिट फिल्में भी आदित्य चोपड़ा की देन हैं.

पर्सनल लाइफ की बात करें तो आदित्य चोपड़ा ने दो शादियां रचाई हैं. उनकी पहली शादी पायल खन्ना से हुई थी. दोनों स्कूल टाइम से एकदूसरे को जानते थे. 2001 में आदित्य और पायल की शादी बड़ी ही धूम से हुई. दोनों की शादी में दिक्कतें तब आईं जब रानी मुखर्जी को यशराज फिल्म्स की ओर से बैक-टू-बैक फिल्में दी जाने लगीं. 2009 में दोनों का तलाक हो गया.

आदित्य चोपड़ा और रानी मुखर्जी के बीच ‘वीरजारा’ फिल्म की शूटिंग के दौरान नजदीकियां बढ़ी. हालांकि आदित्य चोपड़ा के तलाक के 5 साल बाद 2014 में रानी मुखर्जी ने उनसे शादी. दोनों की एक बेटी है. रानी मुखर्जी ने आदित्य चोपड़ा के बारे में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘वो आउटिंग पसंद नहीं करते. मुझे भी आउटिंग पसंद नहीं है. हम दोनों अपनी-अपनी दुनिया में खुश हैं. वो औरतों की बहुत इज्जत करते हैं इसलिए मुझे उनसे प्यार हुआ. वो अब भी मुझे एक एक्ट्रेस के तौर पर देखते हैं.’
Leave a Reply