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बॉलीवुड की एक एक्ट्रेस जिसकी एक्टिंग की तारीफ करते लोग नहीं थकते थे. उनकी जिंदगी किसी त्रासदी से कम नहीं थी. जिससे प्यार किया उसके लिए हमेशा कुंवारी रह गईं वह. अंत में शादीशुदा से प्यार करने की सजा भी भुगतनी पड़ी.

हिंदी सिनेमा को समृद्ध और विशाल बनाने के पीछे ढेरों कलाकारों का हाथ है. वहीं कुछ एक्टर्स ऐसे हुए जिनकी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा पर्सनल लाइफ की चर्चा रही. कुछ विवादों की वजह से तो कुछ दर्दभरी कहानी के चलते चर्चा में रहे. एक एक्ट्रेस ऐसी ही हैं जिनकी जिंदगी किसी त्रासदी से कम नहीं रही. (Photos@IMdb)

ये कोई और नहीं बल्कि शिमला में जन्मी प्रिया राजवंश हैं जिनके पिता वन विभाग में काम किया करते थे. उनकी मां एक इंग्लिश महिला थीं. प्रिया का असली नाम वीरा सुंदर सिंह था जो स्कूल समय से ही काफी फेमस रही हैं. (Photos@IMdb)

फिर स्कूल की तरह वह कॉलेज में भी सबका आकर्षण बनीं. कभी डिबेट में हिस्सा लेती तो कभी भाषण तो कभी प्ले में. एक बार ‘द ट्रिब्यून’ को दिए इंटरव्यू में प्रिया राजवंश के कॉलेज के स्टूडेंट ने उनके साथ के समय को याद किया था. उन्होंने बताया था कि कैसे प्रिया बिल्कुल फ्री-फ्रैंक थीं. सबकी नजरे उनपर रहती थीं. कुछ छात्र तो उन्हें फ्रीक फ्लर्ट भी कहते थे. (Photos@IMdb)

कॉलेज के पूरा होते होते प्रिया राजवंश का पहला प्यार बन चुका था थिएटर और एक्टिंग. इसलिए उन्होंने लंदन का रुख किया जहां उन्होंने एक ड्रामा स्कूल में एडमिनशन लिया. वहां एक्टिंग के दौरान एक प्रिया राजवंश की एक फोटो देवानंद के छोटे भाई केतन आनंद के पास पहुंच गई. प्रिया की फोटो देखते ही केतन ने उन्होंने हीरोइन बनाने का सोच लिया था. (Photos@IMdb)

निर्देशक चेतन ने साल 1964 में प्रिया को वॉर ड्रामा फिल्म हकीकत से लॉन्च किया जहां उन्होंने धर्मेंद्र के साथ काम किया. इस फिल्म से उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई. कुछ ने तो उनकी तुलना स्मिता पाटिल, शबाना आजमी और ओम पुरी जैसे मजे हुए कलाकार से कर दी. (Photos@IMdb)

जिस डायरेक्टर ने करियर संवारा उसी का आ गया दिल… जी हां, प्रिया राजवंश को देवानंद के भाई चेतन आनंद ने लॉन्च किया था. हकीकत में काम करते हुए चेतन आनंद से उन्हें प्यार हो गया. लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि आगे चलकर उनके साथ कुछ भयंकर होने वाला है. (Photos@IMdb)

दरअसल चेतन पहले से शादीशुदा थे और 15 साल बड़े भी थे. हालांकि पत्नी से अनबन के चलते वह उनसे अलग रह रहे थे. दोनों के दो बेटे भी थे. ऐसे में इस खालीपन को भरने में प्रिया ने काफी साथ दिया. धीरे धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और दोनों साथ में लिव इन में रहने लगे. (Photos@IMdb)

प्रिया राजवंश को लेकर चेतन आनंद इतना पजेसिव थे कि वह उन्हें किसी भी डायरेक्टर के साथ काम नहीं करने देते थे. करियर में जितना भी काम प्रिया ने किया वो सिर्फ चेतन के साथ ही किया. ये भी दिलचस्प बात है कि दोनों इतना प्यार करते थे साथ भी रहते थे लेकिन शादी नहीं की. (Photos@IMdb)

हकीकत में काम करने के बाद प्रिया राजवंध छह साल तक किसी भी फिल्म में नजर नहीं आईं. उन्होंने फिर साल 1970 में हीर रांझा से कमबैक किया जिसे फिर से चेतन आनंद ने ही डायरेक्ट किया था. प्रिया ने अपने 22 साल के करियर में सिर्फ 7 फिल्मों में ही काम किया था. (Photos@IMdb)

प्रिया राजवंश ने बेशख 7 फिल्मों में काम किया हो लेकिन उनके काम के लोग दीवाने थे. वो बेशक हिंदुस्तान की कसम, हसंते जख्म हो या फिर कुदर या फिर हाथों की लकीरें. (Photos@IMdb)

द प्रिंट के अनुसार, चेतन का जब निधन हुआ तो वह जिंदगी में अकेली पड़ गईं. खैर चेतन ने भी अपनी वसीयत में प्रिया को पूरा हक दिया. उन्होंने पहली शादी से हुए दो बेटों और प्रिया के बीच संपत्ति की बंटवारा किया था.(Photos@IMdb)

खैर प्रिया राजवंश ने जिस प्यार के लिए पूरी जिंदगी कुर्बान कर दी. उनके साथ अंत और भी दर्दनाक था. 27 मार्च 2000 को प्रिया की लाश उन्हीं के बंगले से मिली. पता चला कि ये नेचुरल डेथ नहीं बल्कि हत्या है तो जांच शुरू हुई. मर्डर का शक दो नौकरों माला-अशोक को गिरफ्तार किया गया तो चेतन के दोनों बेटों पर भी शक गया. दरअसल प्रिया ने अपनी डायरी में चेतन के बेटों से अपनी जिंदगी को खतरा बताया था. (Photos@IMdb)
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