भारत में IT सेक्टर की कामयाबी के बाद अब डेटा सेंटर्स नई सक्सेस स्टोरी बनते जा रहे हैं। अनुमान है कि अगले 5 सालों में भारत की डेटा सेंटर कैपेसिटी 5 गुना बढ़कर 8 गीगावॉट तक पहुंच सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह है इंटरनेट का बढ़ता इस्तेमाल, AI की मांग और डेटा लोकलाइजेशन के सख्त नियम। यही कारण है कि Google, OpenAI, और देशी कंपनियाँ जैसे Reliance, Airtel और Adani इसमें भारी निवेश कर रही हैं। डेटा सेंटर वे स्थान होते हैं जहाँ कंप्यूटर, सर्वर और स्टोरेज डिवाइसेज़ को सुरक्षित रखा जाता है और कंपनियों को डेटा प्रोसेसिंग और स्टोरेज की सुविधा दी जाती है। भारत में सस्ती बिजली और जमीन की कीमतें इसे ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षक बनाती हैं। निवेश की बात करें तो आप Orient Technologies (Server & Networking Solutions), Netweb Technologies (Supercomputing Solutions), और Anant Raj Developers (Data Center Infra) जैसे स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं। इन कंपनियों ने पिछले 1 साल में 50% से 100% तक रिटर्न दिए हैं। डेटा सेंटर्स भारत की डिजिटल इकॉनमी में अगला बड़ा इंजन बनने जा रहे हैं, और इसमें निवेश करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
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