India Pakistan Food Rivalry: दिल जीतने का जिक्र हो तो अंदाज-ए-बयां से पहले लजीज खाना ही बाजी मारता है. टेस्टी मसालों में पका और भुना खाना जुबां के रास्ते से गुजरकर पेट में इस तरह उतरता है कि दिल में घर कर जाता है. खाना खजाना की इसी दास्तां को एक सिरे से बयां करने के लिए एबीपी आपके लिए लाया है एक स्पेशल फूड सीरीज, जिसका नाम है किस्सा नॉनवेज का. इसमें हम आपको नॉनवेज की दुनिया के उन बेहतरीन किस्सों से रूबरू कराएंगे कि लज्जतदार खाने का स्वाद सिर्फ आपके दिमाग में ही नहीं घूमेगा, बल्कि आपकी जुबां पर भी आ जाएगा.
इस सीरीज की पहली कड़ी में हम बात कर रहे हैं भारत के दिल यानी दिल्ली के पुराने इलाके मतलब पुरानी दिल्ली के नॉनवेज की और उसका कंपैरिजन कर रहे हैं पाकिस्तान के लाहौर में मिलने वाले नॉनवेज से. पहली कड़ी में आपको बताते हैं कि आखिर लाहौरी खाना ज्यादा अच्छा है या पुरानी दिल्ली का नॉनवेज? चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं.
दिल्ली के फूड की खासियत
देश की राजधानी दिल्ली अपने खाने-पीने की चीजों के लिए पूरी दुनिया में फेमस है, खासकर स्ट्रीट फूड के मामलों में. शाम होते ही दिल्ली में स्ट्रीट फूड की दुकानें सज जाती हैं. यहां का मुगलई नॉनवेज दुनियाभर में फेमस है. यहां का करीम्स का मटन कबाब और निहारी काफी फेमस है, यह जगह 1913 से चली आ रही है और यहां आज भी नॉनवेज लवर्स की पहली पसंद है. आप यहां थोड़ी दूर जाते हैं, तो चांदनी चौक की बिरयानी आपको अपनी तरफ खींचती है.
मसालों और खुशबू से भरी बिरयानी, जो दिल्ली का फूड कल्चर दिखाती है. आपने बटर चिकन के बारे में तो सुना ही होगा, आजादी के पहले ये डिश पाकिस्तान में बनती थी. लेकिन आजादी के बाद पहली बार भारत के पुरानी दिल्ली में बनी और आज पूरी दुनिया की फेवरेट है. तो कुल मिलाकर कहा जाए, तो यहां का खाना मुगलई और अवधी टेस्ट से प्रभावित है. मसालेदार, लेकिन बैलेंस्ड फ्लेवर इसकी खासियत है.
लाहौर का क्या है खास?
पुरानी दिल्ली से अब आप स्वाद की फ्लाइट पकड़कर लाहौर आ जाइए. लाहौर को पाकिस्तान की “फूड कैपिटल” कहा जाता है. यहां का खाना खासतौर पर मसालेदार, तंदूरी और रिच फ्लेवर वाला होता है. आपको यहां खाने में लाहौरी निहारी मिलेगी, जो धीमी आंच पर पके मसालेदार मीट का स्वाद है. इसके आगे आपको यहां नॉनवेज में लाहौरी चरगा खाने को मिलेगा. यह मसालों में मेरिनेट किया हुआ पूरा चिकन है, जिसे डीप फ्राई किया जाता है. इसके अलावा यहां का हलीम और कबाब काफी फेमस है. अगर कम शब्दों में कहा जाए, तो गेहूं, दाल और मांस से बनी हलीम और सजीले कबाब फूड लवर्स के बीच हिट हैं.
कौन सा बेहतर?
अब आते हैं कि कहां का नॉनवेज बढ़िया होता है? बूढ़े-बुजुर्ग कहते आए हैं कि थाली में जो मिल जाए और खाने में मजा आ जाए, समझो वही बढ़िया है, लेकिन यह इंसाफ तो नहीं है. असल में देखें तो लाहौरी खाना ज्यादा स्पाइसी और ऑयली होता है, जबकि पुरानी दिल्ली का नॉनवेज तुलनात्मक रूप से बैलेंस्ड होता है. लाहौर के कबाब ज्यादा स्मोकी और चार-ग्रिल्ड फ्लेवर वाले होते हैं. वहीं, पुरानी दिल्ली के कबाब में मुलायमपन और रिच मसाले का स्वाद मिलता है. इसके साथ ही लाहौरी चरगा और निहारी पाकिस्तान की पहचान हैं, जबकि बटर चिकन और करीम्स की निहारी ने पुरानी दिल्ली को वर्ल्ड फूड मैप पर जगह दी है. अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो लाहौर का खाना ज्यादा “रॉ और मसालेदार” है, जबकि पुरानी दिल्ली का नॉनवेज “रिच, मुगलई और बैलेंस्ड” फ्लेवर का अनुभव देता है.
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