Last Updated:
आजकल सोशल मीडिया पर डेकोरेशन के नए-नए आइडिया दिए जा रहे हैं. इनमें टॉयलेट डेकोशन का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है. भले ही इन तरीकों से टॉयलेट सुंदर लगे लेकिन क्या ऐसा करना ठीक है?

अगर आप पेट को साफ रखना चाहते हैं तो टॉयलेट को सिंपल रखें (Image-Canva)
हाइलाइट्स
- टॉयलेट में सजावट से बैक्टीरिया फैल सकते हैं.
- नमी से टॉयलेट की चीजें जल्दी खराब हो सकती हैं.
- फूलों से फ्लश जाम और कैंडल्स से बढ़ता है आग का खतरा.
Why you should avoid toilet decoration trend: इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब लगभग हर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर आपको इन दिनों टॉयलेट डेकोरेशन से जुड़ी रील्स और तस्वीरें दिख जाएंगी. टॉयलेट में कैंडल्स, पेंटिंग, कारपेट, बुक्स और यहां तक की कॉफी मग भी सजे हुए दिख जाएंगे. यह सजावट भले ही आपको अट्रैक्ट करे लेकिन ऐसा करना ठीक नहीं है. अगर आपने अपने टॉयलेट को इस तरह का लग्जरी बना दिया है या बनाने का सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं.
टॉयलेट को भले ही कितना साफ-सुथरा और खुशबूदार बनाकर रखा जाए लेकिन यह घर का ऐसा हिस्सा है जहां सबसे ज्यादा बैक्टीरिया पनपते हैं. हर फ्लश के बाद पूरे टॉयलेट में बैक्टीरिया फैल जाते हैं जो आपको बीमार कर सकते हैं. यही नहीं हर फ्लश के बाद कमोड के ड्रॉपलेट्स 6 फीट तक फैल सकते हैं. ऐसे में अगर आपने इस जगह पर किताबें, कार्पेट, शोपीस जैसी चीजें सजाई हुई हैं, तो वह गंदी और संक्रमित हो सकती हैं. इन्हें छूने से बैक्टीरियल इंफेक्शन तक हो सकता है.
फूल कर सकते हैं फ्लश को जाम
आजकल टॉयलेट को सजाने और खुशबूदार बनाने के लिए फूलों को भी खूब सजाया जा रहा है. यहीं नहीं कुछ सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर इन फूलों को टॉयलेट के फ्लश टैंक में भी सजा रहे हैं. लेकिन यह क्रिएटिविटी जेब पर भारी पड़ सकती है. दरअसल टॉयलेट टैंक में वास की तरह साफ पानी नहीं होता. इस टैंक में फूल जल्दी सड़ते हैं और अगर इनकी पंखुड़ियां या पत्तियां पाइप में चली जाएं तो यह फ्लश को ब्लॉक या डैमेज कर सकती हैं. इसे ठीक कराने के लिए आपको प्लंबर ही बुलाना पड़ेगा. वहीं अगर फ्लश टैंक के ऊपर फूल रखें हैं तो वह भी कमोड में गिरकर नाली को ब्लॉक कर सकते हैं. यह चीजें टॉयलेट की गैस की वजह से जल्दी सड़ भी जाती हैं.

टॉयलेट में सजावट का सामान ज्यादा हो तो इसकी सफाई करना मुश्किल हो जाता है (Image-Canva)
टॉयलेट में पानी का खूब इस्तेमाल होता है, वहीं इसमें सीवर गैस भी मौजूद रहती है जो हाइड्रोजन सल्फाइड होती है. इस कारण से टॉयलेट में रखी गईं लकड़ी की शेल्फ, किताबें, कैनवस पेंटिंग या कपड़े से बने आइटम जल्दी सड़ने लगते हैं. इन पर नमी के कारण फफूंदी लगने लगती है. इससे कुछ महीनों में ही आपके टॉयलेट की शो खराब हो सकती है.
कैंडल्स से आग लगने का खतरा
कुछ लोग अरोमा कैंडल्स को टॉयलेट में जलाकर रखते हैं. यह भले ही दिखने में अच्छी लगें और रोमांटिक फील दें लेकिन इस जगह पर इन चीजों की कोई जरूरत नहीं है. अगर टॉयलेट में कैंडल जलानी है तो अपने सामने ही जलाएं. अगर आपने अपनी निगरानी के बिना इन्हें जलाकर छोड़ दिया तो आग लगने का खतरा बढ़ सकता है.
भूलकर भी ना रखें कारपेट
आजकल टॉयलेट सीट के कवर को फैंसी बनाने के लिए कई कॉटन या फर के कवर आ रहे हैं. यहीं नहीं कुछ लोग इस एरिया को अपने पसंद के डिजाइन के कारपेट या रग से भी सजा रहे हैं. यह कारपेट बीमारी का कारण बन सकते हैं. इसमें धूल, बैक्टीरिया और फंगस जमकर आपको सांस, स्किन समेत कई तरह की बीमारी दे सकती हैं.
Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU…और पढ़ें
Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU… और पढ़ें
Leave a Reply